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श्री शंकरलाल जी चतुर्वेदी ढकलगांव

जन्मतिथि 08,-10-1918 - पुण्यतिथि 16 दिसम्बर 2007
पैठन्यं गौत्र 
ढ़कलगांव निवासी श्री देवारामजी चतुर्वेदी की पांच सन्तान थी। तीन बेटे एवं दो बेटियाँ। श्री शंकरलाल जी मंझले बेटे थे। इनका जन्म 08,-10-1918, तिथि से अश्विन माह में । नवरात्रि की दूज के दिन। देवी माता की विशेष कृपा थी।इनकी माता का नाम तुलसां बाई था।बचपन इसी गांव में बीता।प्राथमिक तक की शिक्षा भी ढ़कलगावँ में ही हुई। अपने ही गावँ में शिक्षा के अभाव में इसके बाद की पढ़ाई के लिये पास ही सनावद  नाम से गांव है जो कि टप्पा कहलाता था ।

श्री संजय जगदीश चौरे

 

जन्म 24 जून 1971 - मोक्ष 28 जुलाई 2016 

स्व. संजय चौरे (सुपुत्र स्व. श्री जगदीश चौरे) जो कि हमारे परिवार के हीरो के रूप में चर्चित रहे उनका जन्म 24 जून 1971 को उज्जैन में हुआ मात्र 19 वर्ष में उन्होंने हांगकांग जाकर नोकरी की उस समय में उज्जैन के नार्मदीय समाज से बिरले लोग ही विदेश जा पाते थे | 1995 में उन्होंने हांगकांग से पनामा जाकर वहाँ जाकर नोकरी की

श्री जगदीश चन्द्र चौरे उज्जैन

स्वर्गीय श्री जगदीश चन्द्र चौरे (सुपुत्र:  स्व. श्री घांसीराम जी चौरे)हमारे पिताजी जिनका जन्म 1 फरवरी 1937 को खण्डवा जिला में हुआ 12 वर्ष की आयु में दादाजी के निधन के बाद इंदौर आये और संस्कृत महाविद्यालय में अध्ययन किया पिताजी जन्म कुंडली का विशेष ज्ञान रखते थे

श्री नारायण रावजी शुक्ल (वकील)

जन्म सन 1901 में तिथि से पौष माह की शुक्ल पक्ष पूर्णिमा

स्वर्गवास दि. 08-06-89  तिथि - पंचमी ज्येष्ठ की शुक्ल पक्ष 
गौत्र कश्यप 

आप खरगोन के मूल निवासी थे। खरगोन शहर के जमीदार मोहल्ले में मुरली मनोहर मन्दिर नाम से एक प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर है। वहाँ के पुजारी पण्डित नत्थू लालजी शुक्ल, जो कि भागवत कथा वाचक के नाम से जाने जाते थे, के तीन लड़के और एक लड़की थी।नारायणराव जी उनके मंझले पुत्र थे। इनका जन्म सन 1901 में, तिथि से पौष माह की शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को हुआ था। माता का नाम श्रीमती नथी बाई था।